ऑपरेशन ‘फ्लश’: दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर हथियार लहराने वालों पर कसा शिकंजा

दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ा है। जून में शुरू किए गए ऑपरेशन ‘फ्लश’ के तहत पिछले छह महीनों में 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें कई नाबालिग भी शामिल हैं, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हथियार लहराते हुए वीडियो और रील अपलोड कर रहे थे।
ऑपरेशन ‘फ्लश’ का उद्देश्य सोशल मीडिया पर हथियारों के प्रदर्शन की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकना है। खासतौर पर नाबालिगों को इस खतरनाक ट्रेंड से दूर रखना और अपराधियों को पकड़ना इसके मुख्य लक्ष्य हैं। पुलिस ने इसके तहत 10,000 से अधिक सोशल मीडिया प्रोफाइल्स को स्कैन किया और संदिग्ध गतिविधियों की पहचान की।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान 35 अवैध हथियार, जिनमें देसी और सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल शामिल हैं, और 11 ड्रैगन चाकू बरामद किए गए। इसके अलावा, कई खिलौना बंदूकें भी जब्त की गईं, जो अपराधियों द्वारा डराने-धमकाने के लिए इस्तेमाल की जा रही थीं।
पुलिस को करीब 600 सोशल मीडिया अकाउंट्स मिले, जिनमें आपत्तिजनक वीडियो, तस्वीरें और रील्स पोस्ट की गई थीं। इन अकाउंट्स की रिपोर्ट संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को दी गई है।
दक्षिण दिल्ली में गिरफ्तारी
दिसंबर में, साकेत के पास से पुलिस ने एक 20 वर्षीय युवक और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया, जो सोशल मीडिया पर देसी पिस्तौल लहराते हुए देखे गए थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे अपने इलाके में डर का माहौल बनाने और गैंगस्टरों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे थे।
- जैतपुर का मामला
नवंबर में, दिवाली की रात दक्षिण दिल्ली के जैतपुर में दो भाइयों और उनके रिश्तेदारों ने राइफल और पिस्तौल जैसे दिखने वाले हथियारों के साथ एक वीडियो अपलोड किया। हालांकि, जब पुलिस ने उनकी जांच की, तो वे खिलौना बंदूकें निकलीं।