दिल्ली विधानसभा चुनाव: रिठाला में कुलवंत राणा की प्रचंड जीत

एनपीटी दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव में रिठाला सीट पर बीजेपी प्रत्याशी कुलवंत राणा ने शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के मौजूदा विधायक मोहनदर गोयल को 29,616 वोटों के बड़े अंतर से हराया। कुलवंत राणा को 1,04,371 वोट मिले, जबकि AAP उम्मीदवार मोहनदर गोयल को 74,755 वोट ही मिल सके।
दो बार के विधायक को जनता ने नकारा
मोहनदर गोयल लगातार दो बार से रिठाला के विधायक थे, लेकिन इस बार जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, AAP सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों ने मतदाताओं के फैसले को प्रभावित किया। दिल्ली के कई क्षेत्रों में जहां भी भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े नेता चुनाव लड़े, वहां AAP को हार का सामना करना पड़ा।
क्या भ्रष्टाचार के आरोप बने AAP की हार की वजह?
पिछले कुछ वर्षों में AAP के कई बड़े नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे, कई नेताओं को जेल भी जाना पड़ा। इस चुनाव में जनता ने ऐसा संदेश दिया मानो उन्होंने इन आरोपों को सच मान लिया हो। आम आदमी पार्टी ने पिछले 10 वर्षों में किए गए वादों को पूरा नहीं किया, यही कारण है कि दिल्ली की जनता ने इस बार बीजेपी को मौका दिया।
रिठाला की जनता ने विकास को दी प्राथमिकता
इस चुनाव में रिठाला के मतदाताओं ने मुफ्त योजनाओं से ज्यादा क्षेत्र के विकास को तरजीह दी। आम आदमी पार्टी की फ्री बिजली, पानी और बस सेवा जैसी योजनाएं इस बार वोटरों को प्रभावित नहीं कर पाईं। इसके विपरीत, बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में विकास, आधारभूत ढांचे और पारदर्शिता पर जोर दिया, जिससे मतदाताओं का भरोसा जीता।
डबल इंजन सरकार से उम्मीदें बढ़ीं
बीजेपी की इस जीत के साथ अब सवाल यह उठ रहा है कि दिल्ली में विकास की रफ्तार कितनी तेज होगी। चूंकि अब केंद्र और दिल्ली, दोनों जगह बीजेपी की सरकार है, इसलिए जनता को ‘डबल इंजन सरकार’ से काफी उम्मीदें हैं। रिठाला की जनता अब देखना चाहेगी कि बीजेपी अपने चुनावी वादों को कितनी तेजी से पूरा करती है और विकास कार्यों को आगे बढ़ाती है।
अब सभी की निगाहें इस पर हैं कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा और राजधानी का विकास किस दिशा में जाएगा।