दिल्ली विधानसभा

दिल्ली में रामायण पर सियासी घमासान: केजरीवाल के बयान पर सचदेवा ने जताई नाराजगी

एनपीटी दिल्ली ब्यूरो

दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान रामायण को लेकर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल के रामायण संबंधी बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे मुद्दा बना लिया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने रामायण की गलत व्याख्या की है, जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं।

वीरेंद्र सचदेवा ने किया हनुमान मंदिर में उपवास

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मंगलवार (21 जनवरी) को कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में भगवान राम, सीता और हनुमान जी के दर्शन किए और अरविंद केजरीवाल के बयान के लिए क्षमा याचना की। उन्होंने इस मुद्दे पर पूरे दिन उपवास रखने का भी निर्णय लिया।

सचदेवा ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए केजरीवाल को “अधर्मी” कहते हुए तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल चुनावी हिंदू हैं। हमारे सनातन धर्म में जब भी किसी के पाप का प्रायश्चित करना होता है, तो उसका कष्ट कोई और झेलता है। आज मैं उपवास रख रहा हूं ताकि उस अधर्मी की छाप दिल्ली पर न पड़े।”

उन्होंने केजरीवाल पर व्यंग्य करते हुए कहा, “सोने के हिरण की बात करने वाले केजरीवाल खुद सोने के मोह में फंसे हुए हैं। इसी मोह में उन्होंने सीएम आवास बनवाया।”

AAP ने किया बीजेपी पर पलटवार

वीरेंद्र सचदेवा के बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया पर बीजेपी को “रावण का वंशज” कहा।

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस बयान को और तीखा करते हुए बीजेपी को “रावण का भक्त” बताया। उन्होंने कहा, “बीजेपी रावण को अपना आदर्श मानती है। उनका नारा है – ‘रावण है आदर्श हमारा’।”

अरविंद केजरीवाल का बयान

विवाद की शुरुआत अरविंद केजरीवाल के एक चुनावी भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने रामायण का उल्लेख करते हुए कहा, “भगवान रामचंद्र जी 14 साल के वनवास में थे। एक दिन वे जंगल में खाने की तलाश में गए और माता सीता को झोपड़ी में छोड़ दिया। लक्ष्मण से कहा कि वे माता सीता की रक्षा करें। इस दौरान रावण सोने का हिरण बनकर आया और सीता माता ने उसे पाने की इच्छा जताई। लक्ष्मण के हिरण लाने जाने के बाद रावण ने अपना वेश बदलकर माता सीता का हरण कर लिया।”

बीजेपी का आरोप

बीजेपी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की इस व्याख्या ने हिंदू धर्म के प्रति उनके अज्ञान को उजागर किया है। पार्टी ने इसे “पाप” बताते हुए केजरीवाल पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।

चुनावी माहौल गरमाया

जैसे-जैसे दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज होता जा रहा है। रामायण पर छिड़े इस विवाद ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है।

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